सुरक्षित कह जाने वाले यमुना एक्सप्रेस-वे पर बेखौफ बदमाशों ने अपराध की कील ठोंक दी। मथुरा के थाना नौहझील क्षेत्र में बुधवार की रात एक्सप्रेस-वे पर लुटेरों ने तीन घंटे में लूट की दो वारदात को अंजाम दिया। जब जिलाधिकारी की गाड़ी भी पंचर हो गई तो पुलिस हरकत में आई। बृहस्पतिवार की रात आईजी ए सतीश गणेश (पुलिस महानिरीक्षक) ने यमुना एक्सप्रेस-वे पर सुरक्षा व्यवस्था का जायजा लिया। डीआईजी/एसएसपी शलभ माथुर के साथ उन्होंने जेवर टोल प्लॉजा तक चेकिंग की।
एक्सप्रेसवे पर नौहझील के गांव अवाखेड़ा के पास (माइल स्टोन-62-63 के मध्य) बुधवार की रात लुटेरों ने तांडव मचाया। वाहनों को पंक्चर करके लुटेरों ने कानपुर के कपड़ा कारोबारी और आगरा के स्पोर्ट्स सामान विक्रेता से हजारों रुपये की नकदी और लैपटॉप आदि सामान लूट लिया।
यह कारोबारी नोएडा से आगरा और कानपुर लौट रहे थे। लुटेरों का शिकार होने से मथुरा के डीएम और उनका परिवार बच गया। गाड़ी पंक्चर होते ही गनर को उतरते देख लुटेरे हिम्मत नहीं जुटा सके।
जिलाधिकारी की गाड़ी भी पंचर हुई
गाड़ी का ड्राइवर छोटे खान स्टेपनी बदल रहे थे, तभी छह लुटेरे हथियारों के बल पर कारोबारी से आठ हजार की नकदी, लैपटॉप, दो मोबाइल, क्रेडिट कार्ड, डेबिट कार्ड, डीएल, आधार कार्ड लूटकर भाग खड़े हुए।
नौहझील पुलिस कारोबारी को अपने साथ थाने ले आई। एक घंटे बाद रात 12:30 माइल स्टोन-62.280 पर डीएम सर्वज्ञराम मिश्र की क्रिएस्टा गाड़ी पंक्चर हो गई। डीएम परिवार के साथ नोएडा से मथुरा लौट रहे थे।
पुलिस ने नहीं दिखाई गंभीरता
हथियारों से लैस लुटेरे 80 हजार की नकदी, दो मोबाइल, पर्स, जरूरी कागजात के अलावा कपड़े लूटकर भाग खड़े हुए। ताबड़तोड़ वारदात से पुलिस महकमे में खलबली मच गई। डीआईजी/एसएसपी शलभ माथुर ने बताया कि मुकदमे दर्ज कर लिए गए हैं। जल्द ही वारदातों का खुलासा किया जाएगा।